Digvijaya Singh
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29 मार्च 1982 शासकीय पशु चिकित्सालय गरोठ जिला मंदसौर के भवन निर्माण की अवधि

29 मार्च 1982 शासकीय पशु चिकित्सालय गरोठ जिला मंदसौर के भवन निर्माण की अवधि

दिनांक 29.03.1982
शासकीय पशु चिकित्सालय गरोठ जिला मंदसौर के भवन निर्माण की अवधि।


    श्री मोहनलाल सेठिया : क्या कभी मंत्री महोदय, यह बताने की कृपा करेंगे कि ख्क, जिला मंदसौर के गरोठ नगर में शासकीय पशु चिकित्सालय का भवन किस दिनांक व सन् से किराये पर है ? ख्ख, विभाग द्वारा इसके नये भवन के निर्माण हेतु भूमि कब से आबंटित की हई है ? ख्ग, क्या नये भवन निर्माण हेतु बजट में प्रावधान है ?  यदि हां तो कब तक भवन का कार्य प्रारंभ होकर कब तक पूर्ण कर लिया जावेगा ? 

    ख्कृषि मंत्री, श्री दिग्विजय सिंह : ख्क, दिनांक 28 मई 1939 से है। ख्ख, वर्ष 1973 से ख्ग, एवं ख्घ, जी हां. भवन के निर्माण का कार्य यथाशीघ्र आरम्भ करने की कार्यवाही की जा रही है।

    राज्य मंत्री कृषी ख्श्री बी॰आर॰ यादव, : अध्यक्ष महोदय, मैं इस तारांकित प्रश्न संख्या 3 ख्क्रमांक 404, के दिये गये उत्तर में संशोधन करना चाहता हूं। प्रश्न के भाग ख्क, के उत्तर में जिला मंदसौर से गरोठ नगर में शासकीय पशु चिकित्सालय भवन दिनांक 9 अप्रैल 1947 से किराये पर लेना बताया गया है यह सही नहीं है किन्तु सही दिनांक 28 मई 1939 है। अतः दिनांक 1 अप्रैल 1947 के बजाय 28 मई 1939 करने के संबंध में संशोधन जारी कराने की कृपया अनुमति प्रदान करें।

    श्री मोहनलाल सेठिया :- अध्यक्ष महोदय, जिला मन्दसौर के गरोठ नगर में शासकीय पशु चिकित्सालय को 1939 से काम करते हुये 42 वर्ष हो चुके हैं परन्तु आज तक वहां पर शासकीय पशु चिकित्सालय भवन नहीं बना है। तो मैं यह जानना चाहता हूं कि 1973 के बाद बजट में कितना कितना पैसा कब कब इस शासकीय पशु चिकित्सालय बनाने के लिए स्वीकृत किया गया है ?

    श्री दिग्विजय सिंह :- अध्यक्ष महोदय, इस प्रकरण में सचमुच विलम्ब हुआ है। इसका मुझे खदे है जिस कारण से यह प्रकरण लम्बित रहा है उसको में पड़कर सुना सकता हूं और आप कहें तो इसको पटल पर रख देता हूं।

    अध्यक्ष महोदय :- आप इसको पटल पर रख दीजिये।

    श्री भूरेलाल फिरोजिया : अध्यक्ष महोदय, जिन अधिकारियों के कारण से इस शासकीय पशु चिकित्सालय भवन के बनने में देर हुई है उन अधिकारियों के खिलाफ शासन कोई कार्यवाही करेगा क्या ?

    श्री दिग्विजय सिंह :- अध्यक्ष महोदय, इस प्रकरण में किसी एक अधिकारी के कारण से देर नहीं हुई हैं। पांच बार वित्त विभाग को इस प्रकरण को भेजा गया है। पांचों बार वह आपत्ति लगाकर लौटा है। उसको फिर से भेजा गया है तो इसमें एक अधिकारी का दोष नहीं है।

    श्री मोहनलाल :- अध्यक्ष महोदय, मैं मंत्री जी का ध्यान प्रश्न के (क) भाग की ओर ले जाना चाहता हूं कि जिस भवन में यह शासकीय पशु चिकित्सालय चल रहा था वह किराये का भवन था। तो मैं जानना चाहता हूं कि क्या शासकीय भवन भी किराये पर लिये जाते है ?

    श्री दिग्विजय सिंह :- अध्यक्ष महोदय, गरोठ नगर में शासकीय पशु चिकित्सालय जिस भवन में चल रहा है वह भवन किराये का है।

    श्री हीराराम वर्मा :- अध्यक्ष महोदय, जहां जहां भी मध्यप्रदेश में इस प्रकार से पशु चिकित्सालयों के भवन नहीं बने हैं तो क्या यह प्रश्न शासन के पास विचाराधीन है कि वहां वहां पशु चिकित्सालय भवनों का निर्माण करवाया जायेगा।

    श्री दिग्विजय सिंह :- अध्यक्ष महोदय, यह तो बड़ा व्यापक प्रश्न है वेसे ऐसा हमारा प्रयास तो रहता है।

    श्री नन्हेलाल धुर्वे :- अध्यक्ष महोदय, में यह जानना चाहता हूं कि भवन के निर्माण का कार्य यथा शीघ्र आरम्भ करने की कार्यवाही की जा रही है। मेरा मकसद यह है कि इस पर कितनी राशि आपने स्वीकृत की है इसको कब तक आप बनाना चालू कर देगें ?

    श्री दिग्विजय सिंह :- माननीय अध्यक्ष महोदय, अभी प्रशासनिक स्वीकृति नहीं दी गई है लेकिन वर्ष 1981-82 में बजट में 40,000 हजार रूपये पशु चिकित्सालय के भवन के लिए थे और डॉक्टर के रहने के लिए भवन हेतु 45 हजार रूपये का प्रावधान था।

श्री राधारमण भार्गव :- अध्यक्ष महोदय, माननीय मंत्री जी यह बताने की कृपा करेंगे कि शासन क्या शीघ्र ही प्रशासकीय स्वीकृति देकर तथा प्राथमिकता देकर के वर्ष 1982-83 में कार्य पूरा कर लेंगे।

    श्री दिग्विजय सिंह :- माननीय अध्यक्ष महोदय, प्रशासकीय स्वीकृति देने का जहां तक प्रश्न है मैं समझता हूं कुछ ही दिनों में दे दी जाएगी और कार्य आरम्भ कर दिया जाएगा और उसमें निर्धारित प्रावधानों के अनुसार कार्य पूरा कर लिया जाएगा।

    श्री मोहनलाल सेठिया :- अध्यक्ष महोदय, मैं यह बात जानना चाहता हूं कि हमारे मंत्री महोदय ने बड़ी चतुराई से उत्तर दिया है कि कार्य यथाशीघ्र पूरा कर लिया जाएगा तो वह मेरी समझ में नहीं आया कि क्या वह इस वर्ष में पूरा कर लिया जाएगा या काम प्रारम्भ कर दिया जाएगा ? यह तो टालने वाली बात है। 42 वर्ष से गरोठ नगर जो कि एक सब डिवीजन स्थान है। इसका कार्य 2-4 पांच कितने साल में कार्य पूरा कर दिया जाएगा इसके लिए स्पष्ट आश्वाशन चाहिए। वर्षो से इस भवन की जमीन पर लोग कब्जा किये बैठे है और भवन बनाने के लिए आठ वर्षो से प्रतिवर्ष बजट में प्रावधान हो रहा है और वह लेप्स हो जाता है।

    श्री दिग्विजय सिंह :- अध्यक्ष महोदय, यह बात बिल्कुल असत्य है कि आठ वर्षो से इस भवन के लिए बजट में प्रावधान हो रहा है। प्रावधान तो वर्ष 80-81 में हुआ है। 80-81 के बाद के मूवमेन्ट चार्ट मैं पटल पर रख सकता हूं। मैं इसके लिए खेद व्यक्त करता हूं कि लालफीत्ताशाही का यह स्पष्ट उदाहरण है जिसमें कि हम सबको मिलकर अवश्य कार्यवाही करनी चाहिए। जहां तक प्रारम्भ करने का सवाल हैं इस वर्ष प्रारम्भ कर दिया जाएगा।